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ज्ञान

 ज्ञान एक ऐसा आभूषण है  जो पहनता है  दूर तलक जगमगाता है ।।       - आनन्द कुमार 

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बया पक्षी - एक इन्जीनियर पक्षी

सामान्य नाम - बया अंग्रेजी नाम - Weaver Bird अन्य नाम- बुनकर पक्षी, इन्जीनियर पक्षी  Classification - Kingdom - Animalia Phylum - Chordata Class - Aves Genus - Plosius Species - philippines कैसा होता है बया पक्षी - बया, गौरैया की तरह दिखने वाला एक पक्षी है , जो हल्के पीले रंग का होता है, यह बुनकर प्रजाति का माना जाता है । अद्भुत घोंसलों का निर्माण - यह नन्हा सा पक्षी घास के छोटे-छोटे तिनको और पत्तियों को बुनकर लटकता हुआ बेहद ही खूबसूरत घोंसले का निर्माण करता है । इसलिए इसे बुनकर पक्षी (Weaver Bird) भी कहा जाता है ।  ज्यादातर कहां बनाते हैं घोंसले - इनके अधिकतर घोंसले हमने खजूर के पेड़ों पर देखें हैं,जो अद्भुत कारीगरी का नमूना पेश करते हैं । शायद इनके घोंसलों का निर्माण नर पक्षियों द्वारा किया जाता है । इन्हें आप पक्षियों का इंजीनियर कहें तो अतिश्योक्ति न होगी ।  यह समूह में रहना पसन्द करते हैैं , क्योंकि इसकी वजह से इसके बच्चों को परभक्षियों से सुरक्षा प्रदान होती है । बया प्रजाति के पक्षी पूरे भारतीय उपमहादीप और दक्षिण पूर्वी एशिया में देखने को मिलते है। इनका स्वर चीं चीं चीं के रूप

बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें

# बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें  # कैसे पढ़ें कि पढ़ा हुआ सब याद हो जाए  # बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बातें जो आपको बना सकती हैं टॉपर  प्रिय विद्यार्थियों बोर्ड परीक्षा नजदीक है और आप सभी के मस्तिष्क में एक ही बात घूम रही होगी कि पेपरों की तैयारी कैसे करें ? कैसे पढ़ाई करें कि पढ़ा हुआ सब याद हो जाए और मैं भूलूॅं भी ना । साथ ही मैं आपको यह समझा दूॅंगा कि बोर्ड परीक्षा में कॉपी कैसे लिखें कि आपको आपकी मेहनत का प्रतिफल मिल जाए  बहुत से बच्चों को यह शिकायत रहती है कि सर मैंने सभी प्रश्न हल किए थे परन्त इच्छा अनुरूप रिजल्ट नहीं आया । तो मैं आज आप सबको कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहा हूॅं जो आपको परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती हैं।  बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें - जब बोर्ड परीक्षा नजदीक आती है तब बच्चों में घबराहट उत्पन्न हो जाती है वह सोचते हैं क्या - क्या पढ़ा जाए, क्या ना पढ़ा जाए ऐसा तो नहीं जो मैं पढ़ रहा हूॅं, याद कर रहा हूॅं, वह बोर्ड परीक्षा में आए ही ना । यदि आप इस उधेड़बुन में हैं तो आप एक अच्छे विद्यार्थी की भाॅंति व्यवहार नहीं कर रहे हैं ।

कहानी : नयी मेहमान

बात जून 2013 की है, जब मैं एग्जाम खत्म होने के बाद गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए घर पर आया हुआ था ।   लगभग एक वर्ष होने को था, तब से मैंने कुछ भी नहीं लिखा था , इससे पहले मैंने कुछ कवितायें और कहानियाँ लिखीं थीं, लेकिन उस दिन मैंने ठान ही लिया था,  कि मैं आज अवश्य ही कुछ न कुछ लिखूँगा ।  मैंने पेन और कॉपी ली, और छत पर आ गया । मैं पश्चिम दिशा की ओर बैठ गया, सूर्य बिल्कुल हमारे सामने था, जो कुछ समय पश्चात अस्त होने वाला था । जून का महीना था, हवा मध्यम गति से चल रही थी, जो ठण्डी और सुहावनी थी । आस-पास का वातावरण शान्त था ।  मैं अपने साथ एक पेज भी लाया था, जिस पर एक अधूरी गद्य रचना थी, सोचा कि आज इसे अवश्य पूरा कर लूँगा, मैंने पेन उठाया और उस पर लिखने के लिए कुछ सोचने लगा, परन्तु कुछ शब्द नहीं बन पा रहे थे, कभी पेन के ऊपरी हिस्से को दाँँतों के बीच में रखता और कभी अपने मोबाइल फोन को अंगुलियों के सहारे से उसे वृत्ताकार घुमाता, परन्तु कुछ लिखने के बजाय, मैं मंत्रमुग्ध सा एकटक सामने की ओर देखता रहता ! और देखता क्यूँ नहीं, सामने एक ऐसी विषय वस्तु ही   थी, जो हमारा ध्यान अपनी ओ

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कम समय में बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें एवं उच्च अंको का महत्व

विद्यार्थियों हार्दिक स्वागत है आपका हमारे एजुकेशनल  एंड  पोएट्री ब्लॉग "हम्बल्स" पर : आज हम आपको बताने वाले हैं कि कम समय में बोर्ड  परीक्षा  की तैयारी कैसे करें एवं उच्च अंक प्राप्त करने का महत्व क्या है : प्रिय विद्यार्थियों सबसे पहले तो यह बताना चाहूॅंगा , कि यदि आप पूरे सत्र लगातार पढ़ाई करते रहे, तो आपको कोई भी  टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, बस आप काॅन्टीनुअशली जो भी  आपने साल भर पढ़ा है, उसका अच्छे से रिवीजन कर लेना है । जिन बच्चों ने पूरे सत्र अच्छे से पढ़ाई नहीं की है अथवा किसी कारणवश काॅन्टीनुअशली पढ़ाई नहीं कर पाए, तो उनके लिए यह समय कठिन साबित हो सकता है । अब आप वगैर कोई समय गंवाए अपनी पूरी ताकत और पूरा  समय परीक्षा की तैयारी में झोंक दीजिए । यदि आपने अभी मेहनत नहीं की तो पूरी जिंदगी यह मलाल रहेगा कि काश अच्छे से मेहनत कर ली होती, तो आज इस मार्कशीट पर अच्छे नम्बर लिखे होते । जब - जब आप मार्कशीट देखेंगे तब - तब आपका मन आपको  ही कोसेगा, और आप बार - बार ग्लानि से भरते रहेंगे । वैसे तमाम नौकरियों में आपके एकेडमिक अंको का ज्यादा महत्व नहीं है । परन्तु कुछ नौकरियों में इ

मोहब्बत की कीमत

 

कभी तेरी पलकों पे झिलमिलाऊॅं मैं

कभी तेरी पलकों पे झिलमिलाऊँ मैं तू इन्तजार करे और आऊँ मैं , मेरे दोस्त समन्दर में ले जाके फरेब न करना  तू कहे तो किनारे पे ही डूब जाऊँ मैं ।।(१)                   तेरे इश्क़ में आज मैं फना हो जाऊँ  साँसो में साँसो से मिलकर आज मैं शमा हो जाऊँ , आ बैठ पास मेरे ये गुज़ारिश है तुझसे  मैं अपने दर्द - ए - दिल की तुझे कहानी सुनाऊँ ।।(२)                   जब भी तेरा जिक्र होता है मेरे आगे  मैं उसी वक्त काल्पनिक सागर में  उतर जाता हूँ ... खोजना चाहता हूँ मैं उन मोतियों को  जो तूने अपने भीतर संजो के रखे हैं  !!!(३)            - आनन्द कुमार              Humbles.in

शिक्षण विधि : भाग - १ "पाठ योजना"

जब शिक्षण की बात आती है , तब सबसे पहले दिमाग में एक बात घूमती है , कि ऐसी कौन सी शिक्षण विधि अपनायी जाये, जिससे छात्रों को अध्यापकों द्वारा पढ़ाया गया पाठ तुरन्त ही समझ में आ जाये ।  हमें एक ऐसी शिक्षण विधि अपनानी होगी, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक हो । शिक्षण के उद्देश्यों की सफलता को उच्चतम ऊंचाई तक पहुंचाने में शिक्षण विधियों का महत्वपूर्ण योगदान है । शिक्षण कार्य की आधी सफलता शिक्षण विधियों में निहित है । समुचित शिक्षण विधियों के बिना शिक्षण उद्देश्यों की सफलता प्राप्ति उसी प्रकार है, जिस प्रकार एक बिना पंखों का पक्षी उड़ तो नहीं सकता परन्तु वह फड़फड़ाता रहता है , ठीक इसी प्रकार अध्यापक भी वगैर किसी शिक्षण विधि के, वगैर किसी पाठ-योजना के पढ़ाता है , तो वह निश्चित ही अपनी ऊर्जा को फालतू में व्यय करता है , और उसे सही मायनों में परिवर्तित करने में असफल रहता है ।  शिक्षण विधि की सफलता शिक्षक , विद्यार्थी ,पाठ्यवस्तु पर निर्भर करती है । छात्र को सीखने के लिए शिक्षक का ज्ञान उतना महत्वपूर्ण नहीं है , जितनी कि शिक्षक द्वारा प्रयुक्त शिक्षण विधि ।  क्योंकि यदि शिक्षक ने छात्रो

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